BPC न्यूज़ ब्यूरो – गाजियाबाद के विवेकानंद नगर में बने एक लगभग 45 वर्ष पुराने मंदिर के भण्डार गृह को नगर निगम की टीम भरी पुलिस प्रशासन की मोजुदगी में तोड़ दिया,
इस्थानिए निवासियों का आरोप है जब यह केस माननीय न्यायलय में विचाराधीन हैं, तो बिना न्यायलय के आदेश के निगम ने यह कार्यवाही क्यों करी, वही वहा की महिलाओं का आरोप है कि पुलीस ने उनके साथ बदतमीजी करी, जब इस घटना की खबर वीएचपी बजरंगदल व अन्य हिंदू संगठनों को लगी तो मामला और गंभीर हो गया।
एसीपी कविनगर की सूझबूझ से मामले को शांत किया गया, इसी बीच टूटे हुए मंदिर अवशेष के सामने वहा के इस्थानीय निवासियों ने हनुमान चालीसा का पाठ कर अपना विरोध दर्ज किया, पीड़ित पुजारी व वहा के निवासियों ने कहा यदि निगम इस मंदिर का निर्माण नही करवाता है तो यहां के सभी परिवार विवेकानंद नगर से पलायन करेंगे और अपना धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम धर्म को अपना लेंगे।
निगम का कहना है की यह एक अवैध निर्माण था जो निगम ने तोड़ दिया, महापौर सुनिता दायल इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है, विवेकानंद नगर के लोगो का कहना है की शहर में व शहर के बाहर के अवैध निर्माण पर निगम कार्यवाही क्यों नही करता, वहा के निवासियों ने निगम को चेतावानी दी है की यदि निगम इस पर सुनवाई नहीं करता तो मंगलवार को सभी परिवार धर्म परिवर्तन कर लेंगे।










