सुमन मिश्रा गाजियाबाद
Ghaziabad में देर रात हुई बारिश ने बरपाया कहर: थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक में मिट्टी धसने से गाड़ियों को लाखों का नुकसान।
गाजियाबाद जिले में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश ने शहर में भारी तबाही मचाई। खासकर थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में बारिश के कारण मिट्टी धसने की घटना ने स्थानीय निवासियों और प्रशासन को हिलाकर रख दिया। इस प्राकृतिक आपदा के चलते कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
क्रॉसिंग रिपब्लिक में मिट्टी धसने की घटना
Ghaziabad क्रॉसिंग रिपब्लिक के अंसल एक्वापोलिस सिटी प्रोजेक्ट में बारिश के पानी के कारण बेसमेंट में मिट्टी खिसक गई। इस घटना में एक कार लगभग 20 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरी, जबकि सड़क किनारे खड़ी कई अन्य गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके अलावा, सुशांत एक्वापोलिस सोसाइटी में नाले टूटने से बेसमेंट में पानी भर गया, जिससे वहां रहने वाले निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि रात के समय अचानक तेज बारिश शुरू हुई, जिसके बाद जलभराव और मिट्टी धसने की समस्या उत्पन्न हो गई। इस क्षेत्र में पहले से ही जल निकासी की समस्या रही है, और बारिश ने इस स्थिति को और गंभीर कर दिया। कई निवासियों ने प्रशासन और स्थानीय नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया है, क्योंकि बारिश से पहले नालों की सफाई और सड़कों की मरम्मत का कार्य ठीक से नहीं किया गया।
गाड़ियों को हुआ भारी नुकसान
मिट्टी धसने और जलभराव के कारण कई गाड़ियां गहरे गड्ढों में फंस गईं या पानी में डूब गईं। एक अन्य घटना में, साहिबाबाद से वसुंधरा मार्ग पर जलभराव के कारण एक मर्सिडीज कार को भारी नुकसान पहुंचा। कार मालिक अमित किशोर ने नगर निगम को कानूनी नोटिस भेजकर 5 लाख रुपये की मरम्मत राशि और मानसिक क्षति के लिए हर्जाने की मांग की है। हालांकि, नगर निगम ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि कार की खराबी जलभराव के कारण नहीं, बल्कि अन्य यांत्रिक कारणों से हुई।
प्रशासन की लापरवाही या प्राकृतिक आपदा?
Ghaziabad में हाल के दिनों में बारिश ने शहर की बुनियादी ढांचे की कमियों को उजागर किया है। औद्योगिक क्षेत्रों में नालियों की सफाई और सड़कों की मरम्मत के लिए सरकार द्वारा करोड़ों रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन मॉनसून की बारिश ने इन दावों की पोल खोल दी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर समय रहते जल निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त किया गया होता, तो इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था।
प्रशासन का जवाब
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और नगर निगम ने राहत कार्य शुरू किए। क्षतिग्रस्त सड़कों और नालों की मरम्मत के लिए टीमें तैनात की गई हैं। Ghaziabad के नए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मंदर, जिन्हें हाल ही में दीपक मीणा की जगह नियुक्त किया गया है, ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया है। पुलिस और दमकल विभाग की टीमें भी प्रभावित इलाकों में राहत कार्य में जुटी हुई हैं।
Ghaziabad निवासियों में आक्रोश
Ghaziabad क्रॉसिंग रिपब्लिक और आसपास के इलाकों के निवासियों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है। उनका कहना है कि हर साल मॉनसून के दौरान जलभराव और सड़क क्षति की समस्या सामने आती है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।










