गगन शर्मा संवाददाता
गाजियाबाद सितंबर की शाम करीब 7:22 बजे गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र में पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो कुख्यात बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए।
दोनों बदमाशों की पहचान रविन्द्र पुत्र कल्लू निवासी गांव कान्ही, जिला रोहतक और अरुण पुत्र राजेंद्र निवासी मयूर विहार, सोनीपत के रूप में हुई है। गोली लगने से घायल दोनों अपराधियों को गाजियाबाद के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
Encounter सिपाही भी हुआ घायल
इस मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस का एक सिपाही भी गोली लगने से घायल हुआ है, वहीं हरियाणा एसटीएफ की सरकारी गाड़ी पर भी अपराधियों ने फायरिंग की। मौके से दोनों बदमाशों के कब्जे से दो अवैध पिस्टल जिगना व ग्लॉक और कारतूस बरामद हुए हैं।
Encounter तीन राज्यों की पुलिस ने किया ढेर
सूचना के आधार पर आज दोपहर दिल्ली पुलिस, उत्तर प्रदेश एसटीएफ और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त टीमों ने गाजियाबाद सोनीपत बॉर्डर पर सर्च अभियान चलाया था। शाम को ट्रॉनिका सिटी इलाके में अपराधियों से आमना-सामना होने पर मुठभेड़ शुरू हुई। पुलिस टीम में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के एसीपी धर्मेंद्र सिंह और उपनिरीक्षक मंजीत सिंह, हरियाणा एसटीएफ सोनीपत यूनिट प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र, तथा उत्तर प्रदेश एसओजी गाजियाबाद प्रभारी निरीक्षक अक्षय त्यागी अपनी-अपनी टीमों सहित मौजूद थे।
Encounter शासन ने इनाम किया था घोषित
ज्ञात हो कि दोनों अपराधी 12 सितंबर को बरेली के सिविल लाइन क्षेत्र में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना में वांछित थे। उत्तर प्रदेश शासन ने इन पर इनाम भी घोषित किया था।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, रविन्द्र के खिलाफ हरियाणा के विभिन्न थानों में पांच संवेदनशील श्रेणी के आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह 20 दिसंबर 2024 को फतेहाबाद जिले के सदर थाना क्षेत्र में पुलिस एस्कॉर्ट गार्ड पर हमला कर कुख्यात अपराधी रवि जागसी को छुड़ाने की कोशिश में भी शामिल रहा था।
इस मामले में उसके खिलाफ BNS और आर्म्स एक्ट की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज है। वहीं अरुण के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस का मानना है कि इस मुठभेड़ से न केवल अभिनेत्री दिशा पाटनी फायरिंग केस का बड़ा खुलासा हुआ है, बल्कि प्रदेश में सक्रिय संगठित अपराधियों के नेटवर्क को भी बड़ा झटका लगा है।










