मयंक गुप्ता संवाददाता
प्रदेश संगठन द्वारा सभी नगर निकाय के प्रमुखों से GST पर धन्यवाद प्रस्ताव मांगने पर गाजियाबाद महापौर ने सदन में रखा धन्यवाद प्रस्ताव
देश में GST की दरों में हुई कमी पर गाजियाबाद नगर निगम की सदन की बैठक में महापौर ने कराया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद प्रस्ताव पास

गाजियाबाद देश में हाल ही में लागू हुए जीएसटी सुधारों (GST Reforms) ने आम आदमी को बड़ी राहत प्रदान की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी परिषद ने सितंबर 2025 में जीएसटी दरों में भारी कटौती की है, जिससे टैक्स स्लैब को सरल बनाते हुए मुख्य रूप से 5% और 18% के दो स्तरों पर लाया गया है।
GST व्यापारियों को मिलेगा लाभ
इस बदलाव से रोजमर्रा की वस्तुओं जैसे किराने का सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और अन्य उत्पाद सस्ते हो गए हैं, जिसका सीधा लाभ मध्यम वर्ग, किसानों, एमएसएमई और छोटे व्यापारियों को मिल रहा है। इसी क्रम में, प्रदेश संगठन ने सभी नगर निकायों के प्रमुखों से इस सुधार पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया था।
GST गाजियाबाद नगर निगम में हुआ धन्यवाद प्रस्ताव
24 सितंबर को गाजियाबाद नगर निगम की सदन की बैठक संपन्न हुई, जिसमें महापौर सुनीता दयाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी दरों में कमी के फैसले पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। सदन ने इस प्रस्ताव को एकमत से पारित कर दिया, जहां सभी सदस्यों ने दोनों हाथ उठाकर समर्थन जताया।

महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा आम आदमी के सपनों को साकार करने के लिए जीएसटी में भारी कमी की गई है, जिससे जनता की जेब पर बोझ कम होगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम के सदन के सभी सदस्यों ने प्रस्ताव का सम्मान करते हुए इसे एक स्वर से पास किया है।
यह प्रस्ताव देशभर में चल रहे ‘जीएसटी बचत उत्सव’ (GST Bachat Utsav) का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री ने की है। इस उत्सव के तहत विभिन्न राज्यों और शहरों में धन्यवाद यात्राएं और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जहां लोग जीएसटी कटौती के लाभों का जश्न मना रहे हैं।
गाजियाबाद में भी स्थानीय स्तर पर व्यापारियों और नागरिकों ने इस फैसले का स्वागत किया है, जैसे कि मैगी के पैकेट पर 10 रुपये की बचत और शैंपू पर 40 रुपये की कमी।
GST सुधारों की पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की दृष्टि साझा की थी।इसके बाद जीएसटी परिषद ने 3 सितंबर को इन सुधारों को मंजूरी दी, जो 22 सितंबर (नवरात्रि के पहले दिन) से प्रभावी हो गए।
पहले चार स्लैब (5%, 12%, 18%, 28%) थे, लेकिन अब मुख्य रूप से दो स्लैब बचे हैं 5% और 18%, जबकि कुछ लग्जरी आइटम्स पर 40% का विशेष दर लागू किया गया है। इस बदलाव से घरेलू खर्च में कमी आएगी, जैसे कि दूध, किराने, कार, टीवी और उड़ान टिकटों पर टैक्स घटा है।
विपक्ष ने इन सुधारों को ‘बैंड-एड फिक्स’ बताते हुए आलोचना की है, लेकिन एनडीए ने इसे आम आदमी के लिए बड़ा तोहफा करार दिया है। गाजियाबाद जैसे शहरों में, जहां साहिबाबाद विधानसभा के विधायक सुनील कुमार शर्मा ने स्थानीय दुकानों का दौरा कर लाभों को देखा, वहां लोग इस फैसले से उत्साहित हैं।
GST आगे की राह
यह धन्यवाद प्रस्ताव न केवल जीएसटी सुधारों की सफलता को दर्शाता है, बल्कि केंद्र सरकार की ‘ईज ऑफ लिविंग’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की नीति को मजबूत करता है।विशेषज्ञों का मानना है कि इससे अर्थव्यवस्था में नई गति आएगी और दिवाली से पहले परिवारों को बचत का मौका मिलेगा। गाजियाबाद नगर निगम का यह कदम अन्य नगर निकायों के लिए प्रेरणा बन सकता है।










