Mission Shakti
गाजियाबाद, जी. डी. गोयंका पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद में दुर्गाष्टमी का पावन पर्व अत्यंत उत्साह और भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नगर निगम पार्षद सुनीता पाल की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक विशेष बना दिया। उत्तर प्रदेश सरकार की मिशन शक्ति पहल के अंतर्गत श्रीमती सुनीता पाल ने पारंपरिक कन्या पूजन का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने 21 कंजकाओं का विधिवत पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
Mission Shakti कन्या पूजन
कन्या पूजन के दौरान सुनीता पाल ने कंजकाओं को प्रसाद वितरित किया और छोटे-छोटे उपहार भेंट किए, जो स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि के प्रतीक माने गए। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए भारतीय परंपराओं के महत्व को रेखांकित किया और सशक्तिकरण, सम्मान और नैतिक मूल्यों को जीवन में अपनाने का प्रेरणादायी संदेश दिया। उन्होंने कहा, “हमारी संस्कृति हमें नारी शक्ति का सम्मान करना सिखाती है। मिशन शक्ति के तहत कन्या पूजन न केवल हमारी परंपराओं का हिस्सा है, बल्कि यह नारी सशक्तिकरण का भी प्रतीक है।”

Mission Shakti ये रहे शामिल
कार्यक्रम में विद्यालय के निदेशक संजय गोयल, प्रधानाचार्या श्रीमती योगिता कपिल और समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे। दयाल के इस प्रयास की सराहना करते हुए श्री संजय गोयल ने कहा, सुनीता पाल की उपस्थिति ने इस पावन अवसर को और अधिक आध्यात्मिक और प्रेरणादायी बनाया। उनका यह कदम विद्यार्थियों को हमारी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने में महत्वपूर्ण रहा।” प्रधानाचार्या योगिता कपिल ने भी पार्षद का हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा।
Mission Shakti बच्चों की प्रस्तुति
विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। कन्या पूजन के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिनमें विद्यार्थियों ने माँ दुर्गा की महिमा को दर्शाने वाली प्रस्तुतियाँ दीं। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसने विद्यार्थियों में सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता भी पैदा की।
Mission Shakti है अहम समाज के लिए
सुनीता दयाल ने अपने संदेश में जोर देकर कहा कि मिशन शक्ति जैसी पहलें समाज में महिलाओं और बालिकाओं के उत्थान के लिए अहम हैं। उन्होंने विद्यालय प्रशासन के सहयोग और उत्साह की प्रशंसा की और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों में सहभागिता का आश्वासन दिया।
यह आयोजन जी. डी. गोयंका पब्लिक स्कूल के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण रहा, जिसने न केवल परंपराओं को जीवंत किया, बल्कि समाज में नारी शक्ति के सम्मान और सशक्तिकरण का संदेश भी प्रसारित किया।











