लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हृदय रोगियों के लिए एक क्रांतिकारी फैसला लिया है। अब प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में हार्ट अटैक आने पर मरीजों को 50 हजार रुपये तक कीमत वाला जीवनरक्षक इंजेक्शन (थ्रोम्बोलाइटिक इंजेक्शन) मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा। यह योजना तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है, जिससे लाखों गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
गोल्डन ऑवर में बचेगी जान
चिकित्सकों के अनुसार, हार्ट अटैक के पहले एक घंटे को ‘गोल्डन ऑवर’ कहा जाता है। इस दौरान अगर मरीज को थ्रोम्बोलाइटिक इंजेक्शन (जैसे टेनक्टीप्लेस, रेटेप्लेस या स्ट्रेप्टोकाइनेज) दिया जाए, तो रक्त का थक्का घुल जाता है और जान बचने की संभावना 70-80 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। लेकिन इस इंजेक्शन की कीमत 30 हजार से 50 हजार रुपये तक होने के कारण अधिकांश मरीज इसे अफोर्ड नहीं कर पाते थे। नतीजतन, ग्रामीण और छोटे शहरों में हार्ट अटैक से मृत्यु दर अधिक थी।
सीएम योगी ने कहा, “हर गरीब की जान कीमती है। इलाज के अभाव में कोई मां-बाप, कोई बेटा-बेटी नहीं खोना चाहिए। यह इंजेक्शन अब सरकारी अस्पतालों में मुफ्त उपलब्ध होगा।”
एम्बुलेंस में भी इंजेक्शन
योजना की सबसे खास बात यह है कि अब 108 एम्बुलेंस सेवा में भी यह इंजेक्शन उपलब्ध रहेगा। हार्ट अटैक की कॉल आने पर एम्बुलेंस कर्मी मौके पर ही ईसीजी करेंगे और जरूरत पड़ने पर इंजेक्शन लगा देंगे। इससे अस्पताल पहुंचने से पहले ही ‘गोल्डन ऑवर’ का पूरा उपयोग हो सकेगा।
डॉक्टरों ने की तारीफ
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. आर.के. बंसल ने कहा, “यह देश का सबसे बड़ा और साहसिक कदम है। यूपी में हर साल 2 लाख से अधिक हार्ट अटैक के मामले आते हैं। इस इंजेक्शन से कम से कम 50 हजार जानें हर साल बचाई जा सकती हैं।”
अन्य राज्यों के लिए मिसाल
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यूपी की यह योजना देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल बनेगी। बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्य भी ऐसी योजनाएं बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इंजेक्शन की किल्लत न हो और दुरुपयोग पर कड़ी निगरानी रखी जाए। “यह योजना गरीबों के लिए है, इसे भ्रष्टाचार का शिकार नहीं होने देंगे,” सीएम ने चेतावनी दी।
उत्तर प्रदेश एक बार फिर स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में कमी आने की उम्मीद है और लाखों परिवारों को नई जिंदगी मिलेगी।










