गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक होता जा रहा है। बुधवार सुबह शहर घने धुंध की चादर में लिपटा नजर आया, जबकि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 451 तक पहुंच गया, जिसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है। जहरीली हवा से लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है।
प्रदूषण रोकने के उपाय फेल
प्रशासन की ओर से नर्सरी से 5वीं तक ऑनलाइन क्लास के निर्देश दिए गए थे, लेकिन कई बड़े निजी स्कूलों ने इन आदेशों को नजरअंदाज करते हुए बच्चों को स्कूल बुलाया, जिससे छोटे बच्चों पर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
शहर में इंदिरापुरम AQI 416, संजय नगर 449, वसुंधरा 420 और लोनी 451
इंदिरापुरम में AQI 416, संजय नगर में 449, वसुंधरा में 420 और लोनी में 451 दर्ज किया गया। गाजियाबाद का औसत स्तर 430 तक पहुंच गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। ग्रेप-3 लागू होने के बावजूद प्रदूषण में कोई खास कमी नहीं आई है।
जल छिड़काव और वाहनों पर कार्रवाई जारी, लेकिन प्रदूषण काबू में नहीं
जल छिड़काव और प्रतिबंधित वाहनों पर कार्रवाई जैसे प्रयास जारी हैं, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन आने वाले दिनों में प्रदूषण रोकथाम के लिए क्या नई रणनीति अपनाता है।










