कानपुर, 20 नवंबर 2025: ठंड से बचने के लिए बंद कमरे में कोयला जला लिया और कुछ ही घंटों में चार जिंदगियां हमेशा के लिए खामोश हो गईं। कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र स्थित इंडस्ट्रियल एरिया साइट-2 की एक तेल मिलिंग फैक्ट्री में आज सुबह यह दिल दहला देने वाली घटना हुई।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस को फैक्ट्री के अंदर चार मजदूर बेसुध पड़े मिले। अस्पताल ले जाने तक सभी की मौत हो चुकी थी।
क्या हुआ था रात में?
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, चारों मजदूर रात की शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे थे। रात में ठंड बढ़ने पर उन्होंने फैक्ट्री के अंदर बने छोटे से कमरे में लोहे की अंगीठी में कोयला जलाया और दरवाजा-खिड़की बंद कर सो गए। कोयला जलने से कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भर गई और ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई। सुबह जब साथी कर्मचारी काम पर आए तो दरवाजा खोला और भयावह मंजर देखकर दंग रह गए।
मृतकों की पहचान:
- रामू (उम्र 42 वर्ष), निवासी बाराबंकी
- संतोष यादव (उम्र 35 वर्ष), निवासी उन्नाव
- छोटेलाल (उम्र 48 वर्ष), निवासी फतेहपुर
- मुकेश कुमार (उम्र 28 वर्ष), निवासी कानपुर देहात
- DCP वेस्ट खुद पहुंचे, दिए सख्त निर्देश
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दिनेश त्रिपाठी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे परिसर का मुआयना किया और फैक्ट्री मालिक व मैनेजमेंट को तलब किया। DCP ने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि:
- फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की पूरी जांच की जाए
- लेबर लॉ और फैक्ट्री एक्ट के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई हो
- घटना के हर पहलू की गहन जांच की जाए
मौके से अंगीठी, जला हुआ कोयला और बंद कमरे के सबूत बरामद कर लिए गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
फैक्ट्री मालिक पर होगी कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री में नाइट शिफ्ट के दौरान मजदूरों के ठहरने की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। न वेंटिलेशन था, न ही कोई सुरक्षा उपकरण। प्रथम दृष्टया यह लापरवाही का मामला लग रहा है। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ धारा 304A (लापरवाही से मौत) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ठंड के इस मौसम में आए दिन अंगीठी से होने वाली ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बंद जगह पर कोयला कभी न जलाएं और सोते समय अंगीठी बाहर रखें।










