उत्तराखंड पुलिस की सतर्कता और तकनीकी कुशलता का एक और शानदार उदाहरण सामने आया है। ज्योतिर्मठ पुलिस ने मात्र 48 घंटे से भी कम समय में चोरी की एक घटना का सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया। चोरी किए गए मोबाइल, नकदी और जरूरी दस्तावेजों सहित आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे जहां पीड़ित को राहत मिली, वहीं अपराधियों में पुलिस का खौफ साफ दिखाई दिया।
दुकान के बाहर रखे बैग से की गई थी चोरी
घटना 19 नवंबर 2025 की है। ग्राम गणाई, ज्योतिर्मठ निवासी श्री प्रमोद सिंह पंवार ने कोतवाली ज्योतिर्मठ में तहरीर दी कि पातालगंगा के पास उनकी दुकान के बाहर रखे बैग से किसी अज्ञात व्यक्ति ने ₹23,000 की कीमत का मोबाइल फोन, ₹2,000 नकद, एटीएम कार्ड और पैन कार्ड चोरी कर लिए।
बीएनएस की धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
शिकायत के आधार पर कोतवाली ज्योतिर्मठ में मु0अ0सं0 303(2) व 317(2) बीएनएस के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस उपाधीक्षक मदन सिंह बिष्ट के निर्देशन और वरिष्ठ उप निरीक्षक विनोद रावत के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
CCTV और मुखबिर तंत्र से मिली सफलता
पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की बारीकी से जांच की और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। तकनीकी विश्लेषण और सूचनाओं के आधार पर आरोपी की शिनाख्त कर ली गई।
जीरो बैंड पेट्रोल पंप के पास हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने घेराबंदी कर जीरो बैंड पेट्रोल पंप के पास से हरियाणा के झज्जर जिले के निवासी अमन पुत्र चन्दन कुमार (उम्र 35 वर्ष) को चोरी किए गए मोबाइल फोन और ₹2,000 नकद के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से पूछताछ जारी है और यह भी जांच की जा रही है कि वह अन्य वारदातों में भी शामिल रहा है या नहीं।
पुलिस अधीक्षक ने की टीम की सराहना
पुलिस अधीक्षक चमोली ने पूरी टीम की सराहना करते हुए कहा कि जिले में अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर सख्ती से अमल किया जा रहा है। इस तरह की त्वरित कार्रवाई अपराधियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उत्तराखंड पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अपराध नियंत्रण का उदाहरण है, बल्कि आम जनता में सुरक्षा का भरोसा भी मजबूत करती है।











