देवभूमि उत्तराखंड पुलिस ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। देश की पहली राज्य पुलिस बनकर उसने लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय स्तर का पुलिस हैकाथॉन आयोजित किया। ‘हैकाथॉन 3.0’ न सिर्फ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, बल्कि इसने पूरे देश के तकनीकी उत्साही युवाओं के लिए नवाचार का एक नया मंच तैयार कर दिया। इस बार हैकाथॉन को अप्रत्याशित प्रतिक्रिया मिली—129 टीमों ने पंजीकरण कराया और अंतिम ग्रैंड फिनाले में 13 टीमों ने 36 घंटे के नॉन-स्टॉप कोडिंग मैराथन में हिस्सा लिया।
तकनीकी नवाचार का राष्ट्रीय मंच बना हैकाथॉन 3.0
हैकाथॉन 3.0 पूरे देश के लिए खुला था। 27 अक्टूबर से 8 नवंबर 2025 तक चले पंजीकरण में सैकड़ों युवा नवप्रवर्तकों ने अपने क्रांतिकारी विचार प्रस्तुत किए। 9 नवंबर को हुए प्रीलिम राउंड में सभी टीमों ने छह घंटे में अपनी कॉन्सेप्ट प्रेजेंटेशन जमा की। कठोर मूल्यांकन के बाद 15 टीमों का चयन हुआ, जिनमें से 13 टीमें 18 नवंबर को पुलिस लाइन, देहरादून में आयोजित ग्रैंड फिनाले में पहुंची। यहां 36 घंटे तक लगातार कोडिंग, डिबगिंग और प्रोटोटाइप बनाने का रोमांचक दौर चला

प्रतिभागियों ने आधुनिक पुलिसिंग की वास्तविक चुनौतियों पर काम किया और ऐसे समाधान तैयार किए जो भविष्य की स्मार्ट पुलिसिंग की नींव रख सकते हैं।
कुछ प्रमुख समाधान:
- OSINT और थ्रेट एक्टर प्रोफाइलिंग ऑटोमेशन
- डार्क वेब एवं डीप वेब इंटेलिजेंस टूल्स
- सुरक्षित संचार प्रणाली (एन्क्रिप्टेड और छेड़छाड़-रोधी)
- क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजेक्शन ट्रेसिंग और डिजिटल मनी ट्रेल सिस्टम
- टावर डंप/CDR/IPDR के लिए डिजिटल फोरेंसिक ऑटोमेशन
- थ्रेट इंटेलिजेंस एग्रीगेशन और रियल-टाइम अलर्टिंग सिस्टम
- नेटवर्क पैकेट फोरेंसिक प्लेटफॉर्म
- AI आधारित वीडियो एनालिटिक्स और सर्विलांस एन्हांसमेंट
- ब्लॉकचेन आधारित वित्तीय धोखाधड़ी ट्रेसबिलिटी सिस्टम
- स्मार्ट पुलिसिंग के लिए ओपन-एंडेड इनोवेशन ट्रैक
इस हैकाथॉन में कुल 1500 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया, जिनमें 250 से ज्यादा टीमें और करीब 200 महिला कोडर्स शामिल रहीं। यह आंकड़ा अपने आप में दर्शाता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और डिजिटल पुलिसिंग में युवा और महिला भागीदारी तेजी से बढ़ रही है।
DGP दीपम सेठ का बड़ा बयान
समापन समारोह में मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक (DGP) दीपम सेठ ने कहा, “हैकाथॉन 3.0 ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आने वाली पुलिसिंग पूरी तरह तकनीक आधारित होगी और इसे आगे बढ़ाने का नेतृत्व हमारे देश के युवा करेंगे। यहां बने समाधान सिर्फ प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि सुरक्षित भारत और स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में ठोस कदम हैं। उत्तराखंड पुलिस ऐसे नवाचारों को हमेशा प्रोत्साहित और सहयोग देती रहेगी।”
उत्तराखंड पुलिस देश की एकमात्र राज्य पुलिस है जिसने लगातार तीन पुलिस हैकाथॉन सफलतापूर्वक आयोजित किए। हैकाथॉन 3.0 ने न सिर्फ तकनीकी प्रतिभाओं को मंच दिया, बल्कि कानून-व्यवस्था को और मजबूत, तेज तथा आधुनिक बनाने की दिशा में एक मजबूत नींव रखी।












