उत्तराखंड पुलिस की संवेदनशीलता का एक और सराहनीय उदाहरण कर्णप्रयाग में देखने को मिला, जहां पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर एक महिला यात्री का कीमती बैग ढूंढकर सुरक्षित वापस सौंप दिया। इस मानवीय पहल से पुलिस की छवि और मजबूत हुई है और आम जनता का भरोसा भी बढ़ा है।
कैसे छूटा महिला का बैग
घटना 20 नवंबर 2025 की है। सुभाष नगर कर्णप्रयाग निवासी श्रीमती नीलम नेगी पुत्री श्री हरीश सिंह नेगी गौचर जा रही थीं। जल्दबाजी में उनकी सवारी गाड़ी से जरूरी दस्तावेजों, नकदी और कीमती सामान से भरा बैग छूट गया। घबराई हुई नीलम नेगी ने तुरंत थाना कर्णप्रयाग पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस टीम ने दिखाई तत्परता
शिकायत मिलते ही थानाध्यक्ष के निर्देश पर अ0उ0नि0 राजीव कुमार, हेड कांस्टेबल राम लाल और पीआरडी जवान सरिता की टीम को बैग तलाशने का जिम्मा सौंपा गया। टीम ने वाहन के रूट, ड्राइवर और कंडक्टर से संपर्क कर पूरी गंभीरता से सर्च अभियान चलाया।
कमेडा क्षेत्र से सुरक्षित बरामद
पुलिस की मेहनत रंग लाई और बैग कमेडा क्षेत्र से सुरक्षित बरामद कर लिया गया। आज 21 नवंबर 2025 को थाना कर्णप्रयाग में नीलम नेगी को उनका बैग लौटा दिया गया, जिसमें रखा सारा सामान पूरी तरह सुरक्षित मिला।
महिला ने जताया आभार
अपना सामान वापस पाकर नीलम नेगी भावुक हो गईं। उन्होंने कर्णप्रयाग पुलिस की ईमानदारी, तत्परता और मानवता की खुलकर प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, “मैंने सोचा भी नहीं था कि मेरा बैग इतनी जल्दी मिल जाएगा। उत्तराखंड पुलिस को दिल से सलाम।”
पुलिस का संदेश
थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस का कार्य केवल अपराध रोकना ही नहीं, बल्कि जनता की हरसंभव मदद करना भी है। इस तरह के प्रयास पुलिस और आम नागरिकों के बीच विश्वास की डोर को और मजबूत करते हैं।
उत्तराखंड पुलिस की यह घटना स्पष्ट करती है – आप मुसीबत में हों, तो पुलिस आपकी ढाल बनकर खड़ी है।









