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BPC न्यूज़ ब्यूरो -: गाजियाबाद एम०एम०जी० हॉस्पिटल के डॉ० राकेश कुमार ने मशहूर डॉ० बी०पी० त्यागी को बताया लुटेरा।

BPC News National Desk
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Dr BP Tyagi

BPC न्यूज़ ब्यूरो -: गाजियाबाद एम०एम०जी० हॉस्पिटल के डॉ० राकेश कुमार ने मशहूर डॉ० बी०पी० त्यागी को बताया लुटेरा।

गाजियाबाद : आज के समय में प्राइवेट हॉस्पिटलों की बढ़ती मनमानी और ज्यादा चार्ज की वजह से आप आदमी अपना इलाज वहा नही करा पता यही कारण है, लोग अपना इलाज कराने के लिए सरकारी हॉस्पिटलों का रुख करता है.

लोगो को उम्मीद होती है. के वहा उन्हें बेहतर इलाज मिल जाएगा लेकिन अगर वही हॉस्पिटल आपका बिना इलाज किए वहा से भेज दे तो दुःख होना लाजमी है. हाल ही में ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के जिला एमएमजी हॉस्पिटल में देखने को मिला जहा

एक पेशेंट को एम०एम०जी० हॉस्पिटल के डॉ राकेश कुमार ने दिल्ली एम्स इस वजह से रेफर कर दिया क्योंकि वह डॉ० बी०पी० त्यागी का भेजा हुआ था।

आपको बताते चले के आर०डी०सी० के हर्ष ई०एन०टी० हॉस्पिटल में “रोशनी” नाम की पेशेंट आई जिसके कान में ट्यूमर था। इस पेशेंट को डॉ० बी०पी० त्यागी ने एम०एम०जी० हॉस्पिटल में भेजा इस पेशेंट का सीटी स्कैन होना था।

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BPC न्यूज़ ब्यूरो -: गाजियाबाद एम०एम०जी० हॉस्पिटल के डॉ० राकेश कुमार ने मशहूर डॉ० बी०पी० त्यागी को बताया लुटेरा। गाजियाबाद : आज के समय में प्राइवेट हॉस्पिटलों की बढ़ती मनमानी और ज्यादा चार्ज की वजह से आप आदमी अपना इलाज वहा नही करा पता यही कारण है, लोग अपना इलाज कराने के लिए सरकारी हॉस्पिटलों का रुख करता है.लोगो को उम्मीद होती है. के वहा उन्हें बेहतर इलाज मिल जाएगा लेकिन अगर वही हॉस्पिटल आपका बिना इलाज किए वहा से भेज दे तो दुःख होना लाजमी है. हाल ही में ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के जिला एमएमजी हॉस्पिटल में देखने को मिला जहा एक पेशेंट को एम०एम०जी० हॉस्पिटल के डॉ राकेश कुमार ने दिल्ली एम्स इस वजह से रेफर कर दिया क्योंकि वह डॉ० बी०पी० त्यागी का भेजा हुआ था। आपको बताते चले के आर०डी०सी० के हर्ष ई०एन०टी० हॉस्पिटल में “रोशनी” नाम की पेशेंट आई जिसके कान में ट्यूमर था। इस पेशेंट को डॉ० बी०पी० त्यागी ने एम०एम०जी० हॉस्पिटल में भेजा इस पेशेंट का सीटी स्कैन होना था।लेकिन एम०एम०जी० अस्पताल के ई०एन०ट विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश कुमार ने ना सिर्फ पेशेंट का सीटी स्कैन करने से मना किया बल्कि डॉ० बी०पी० त्यागी को लुटेरा भी बता दिया और पेशेंट को एम्स में इलाज के लिए रेफर कर दियाजब डॉक्टर बी.पी त्यागी को इस बात का पता चला की एमएमजी अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें लुटेरा कहा है। तो राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉक्टर बी०पी० त्यागी ने इसकी लिखित शिकायत गाजियाबाद के सी०एम०ओ० से करी। वही इस मामले में सी०एम०ओ० का कहना है हमे इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है. अगर कोई शिकायत मिलेगी तो उसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी. आपको बताते चले की ये पहला मामला नहीं इससे पहले भी कई बार एम०एम०जी० हॉस्पिटल के डॉक्टरों के दुर्वेहवार की शिकायत मिली है।वही बात करे एम०एम०जी० संजय नगर सरकारी अस्पताल की तो वहां भी इस तरह के मामले देखने को मिले है. संजय नगर हॉस्पिटल में पिछले साल नवंबर महीने में ऐसे दो मामले देखने को मिले जो चौकाने वाले थे।आपको बताते चले के नवंबर महीने मे एक झगड़े का केस कविनगर थाने में आया जिसमे एक व्यक्ति के सिर में गंभीर चोट आई थी। जब वह व्यक्ति अपने सिर का मेडिकल कराने संजय नगर अस्पताल में पहुंचा तो वहा मौजूद डॉ राहुल ने मेडिकल रिपोर्ट में मेल को फीमेल लिख दिया और कहा के कोई गंभीर चोट नहीं है।ऐसा एक बार नही बल्कि दो बार हुआ जब डॉ राहुल ने मेडिकल रिपोर्ट में मेल को फीमेल लिखा जबकि अगर गंभीर चोट नहीं थी। तो पेशेंट को संजय नगर अस्पताल में इलाज क्यों नहीं मिला। वही इसकी शिकायत संजय नगर अस्पताल के सी०एम०एस० से की गई लेकिन डॉ राहुल के द्वारा इतनी बड़ी लापरवाही दो–दो बार करने के बावजूद सी०एम०एस० साहब कोई संज्ञान नहीं लिया अगर इस तरह के मामले सरकारी अस्पतालों में देखने को मिलेंगे तो आप जनता का भरोसा इन अस्पतालों से उठ जाएगा।

लेकिन एम०एम०जी० अस्पताल के ई०एन०ट विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश कुमार ने ना सिर्फ पेशेंट का सीटी स्कैन करने से मना किया बल्कि डॉ० बी०पी० त्यागी को लुटेरा भी बता दिया और पेशेंट को एम्स में इलाज के लिए रेफर कर दिया

जब डॉक्टर बी.पी त्यागी को इस बात का पता चला की एमएमजी अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें लुटेरा कहा है। तो राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉक्टर बी०पी० त्यागी ने इसकी लिखित शिकायत गाजियाबाद के सी०एम०ओ० से करी


वही इस मामले में सी०एम०ओ० का कहना है हमे इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है. अगर कोई शिकायत मिलेगी तो उसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी. आपको बताते चले की ये पहला मामला नहीं इससे पहले भी कई बार एम०एम०जी० हॉस्पिटल के डॉक्टरों के दुर्वेहवार की शिकायत मिली है।

वही बात करे एम०एम०जी० संजय नगर सरकारी अस्पताल की तो वहां भी इस तरह के मामले देखने को मिले है. संजय नगर हॉस्पिटल में पिछले साल नवंबर महीने में ऐसे दो मामले देखने को मिले जो चौकाने वाले थे।

आपको बताते चले के नवंबर महीने मे एक झगड़े का केस कविनगर थाने में आया जिसमे एक व्यक्ति के सिर में गंभीर चोट आई थी। जब वह व्यक्ति अपने सिर का मेडिकल कराने संजय नगर अस्पताल में पहुंचा तो वहा मौजूद डॉ राहुल ने मेडिकल रिपोर्ट में मेल को फीमेल लिख दिया और कहा के कोई गंभीर चोट नहीं है।

ऐसा एक बार नही बल्कि दो बार हुआ जब डॉ राहुल ने मेडिकल रिपोर्ट में मेल को फीमेल लिखा जबकि अगर गंभीर चोट नहीं थी। तो पेशेंट को संजय नगर अस्पताल में इलाज क्यों नहीं मिला। वही इसकी शिकायत संजय नगर अस्पताल के सी०एम०एस० से की गई लेकिन डॉ राहुल के द्वारा इतनी बड़ी लापरवाही दो–दो बार करने के बावजूद सी०एम०एस० साहब कोई संज्ञान नहीं लिया अगर इस तरह के मामले सरकारी अस्पतालों में देखने को मिलेंगे तो आप जनता का भरोसा इन अस्पतालों से उठ जाएगा।

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