BPC न्यूज़ ब्यूरो – गाज़ियाबाद नही रुक रहे भू माफियाओं के कारनामे, इस बार देश के चर्चित हॉस्पिटल ग्रुप यशौदा को बनाया शिकार।
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BPC न्यूज़ ब्यूरो – गाज़ियाबाद नही रुक रहे भू माफियाओं के कारनामे, इस बार देश के चर्चित हॉस्पिटल ग्रुप यशौदा को बनाया शिकार।भारत पॉडकास्ट चैनल पहले भी भू माफियाओं की खबरें प्रकाशित कर चूका है। जिस पर पुलिस व प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए करोड़ों रुपए मूल्य की ज़मीन को मुक्त कराया था।“अब मामला जुड़ा है यशोदा हॉस्पिटल से”
यशोदा अस्पताल के मालिक डॉ. पीएन अरोड़ा और डॉ. दिनेश अरोड़ा ने बताया कि हमारी एक कंपनी क्राउन अपार्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड नाम से भी है। कंपनी ने काफी पहले अर्थला के नजदीक 23 खसरों की 32177.52 वर्गमीटर जमीन खरीदी थी।इसमें से तीन खसरों की 1071 वर्गमीटर जमीन अर्थला मेट्रो स्टेशन निर्माण के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को 6 करोड़ 96 लाख 15 हजार रुपए में साल 2016 में बेच दी गई थी। शेष 18 खसरों की जमीन पर अभी हम दोनों ही काबिज हैं।डॉ. पीएन अरोड़ा ने शिकायत में बताया है कि ये जमीन मेट्रो स्टेशन के नजदीक है और मेरठ मार्ग पर पड़ती है। इसलिए इस बेशकीमती जमीन पर भूमाफियाओं की नजर पड़ी हुई है।यशोदा हॉस्पिटल के मालिक की तरफ से साहिबाबाद थाने में शिकायत देते हुए छह लोगों के खिलाफ एफ०आई०आर० दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। एफ०आई०आर० में राजकुमार अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद शर्मा, बृहमानंद शर्मा, हनुमत प्रसाद, विनय शर्मा और रविंद्र सिंह को नामजद किया है। इन सभी ने अर्थला स्थित प्रॉपर्टी के फर्जी मुख्तारनामा बनाकर जमीन हड़पने की कोशिश की है।डॉ. पीएन अरोड़ा का आरोप है कि नोएडा सेक्टर- 15ए निवासी राजकुमार अग्रवाल नामक व्यक्ति की जमीन भी इसी जमीन से सटी हुई है। वह बार-बार कब्जे का प्रयास कर रहा है। आरोप है कि जमीन का असली मालिक राजकुमार अग्रवाल कोई और है। वो खुद फर्जी राजकुमार अग्रवाल से परेशान है। डॉ. पीएन अरोड़ा ने एफ०आई०आर० में इस जमीन को लेकर उन्हें धमकी मिलने की भी बातें कही हैं।डी०सी०पी० निमिष पाटिल ने बताया कि मिली तहरीर के आधार पर आई०पी०सी० सेक्शन- 419, 420, 467, 468, 471 और 506 में केस दर्ज किया है। फिलहाल इस मामले की जांच सब इंस्पेक्टर मुकेश चंद चौहान को सौंपी गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
भारत पॉडकास्ट चैनल पहले भी भू माफियाओं की खबरें प्रकाशित कर चूका है। जिस पर पुलिस व प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए करोड़ों रुपए मूल्य की ज़मीन को मुक्त कराया था।
“अब मामला जुड़ा है यशोदा हॉस्पिटल से”











