BPC न्यूज़ ब्यूरो – क्या बीजेपी के हाथ से निकल जायेगा पश्चिमी उत्तर प्रदेश ?
“यूपी पश्चिम में टिकट कटने से नाराज सैनी, कश्यप, राजपूत समुदाय बीजेपी के 80 सीटें जीतने के दावे को फेल कर सकता है”
देश की जनता मोदी परिवार का हिस्सा बनेगी या इस बार नया मुखिया चुनेगी। राजनीति विशेषज्ञ के सर्वे के अनुसार लोकसभा चुनाव में भाजपा सबसे ताकतवर दल है। भाजपा ने जहां इस बार 400 पार का दावा किया है वहीं यूपी में 80 सीटों पर जीत का एलान भी कर रही है। मगर, उत्तर प्रदेश के पश्चिम क्षेत्रों में भाजपा के खिलाफ विरोध के स्वर गूंज उठे हैं। माना जा रहै है कि यूपी लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को कम अंक भी मिल सकते हैं।
“गाजियाबाद में बीजेपी के खिलाफ हैं राजपूत”
उत्तर प्रदेश में भले ही भाजपा के स्टार नेता योगी आदित्यनाथ की अमिट छाप बन गई हो, लेकिन पश्चिम जिलों में भाजपा के विरोध में आवाजें उठने लगी हैं। पश्चिम यूपी के इन क्षेत्रों में बीजेपी का विरोध उम्मीदवारों का जातीय समीकरण में फिट न बैठना है। गौरतलब है कि गाजियाबाद में वीके सिंह का टिकट काटने की वजह से राजपूत समाज बीजेपी के फैसले से नाराज है।
जनरल सेवानिवृत्त वीके सिंह की टिकट काटकर अतुल कुमार गर्ग को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद राजपूत समाज भाजपा का विरोध कर रहा है। बीजेपी के विरोध में राजपूतों ने 7 अप्रैल को एक बड़ी महापंचायत आयोजित की थी। इसमें राजपूत समाज के लोगों ने भाजपा के खिलाफ विरोधी नारे भी लगाएं थे। इसके अलावा जिले में सैनी और त्यागी समाज भी भाजपा के विरोध में उतर चुका है।
यहां बीजेपी के विरोध में जगह-जगह चौपालें लगाई जा रही हैं। ऐसे में गाजियाबाद में जातीय वोटों का बंटवारा होने के आसार बन रहे हैं। माना जा रहा है कि राजपूत समाज की वोट कांग्रेस के पाले में गिर सकती हैं। जिससे भाजपा के खाते में यहां वोटों की संख्या कम हो सकती है और भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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BPC न्यूज़ ब्यूरो – क्या बीजेपी के हाथ से निकल जायेगा पश्चिमी उत्तर प्रदेश ?“यूपी पश्चिम में टिकट कटने से नाराज सैनी, कश्यप, राजपूत समुदाय बीजेपी के 80 सीटें जीतने के दावे को फेल कर सकता है”देश की जनता मोदी परिवार का हिस्सा बनेगी या इस बार नया मुखिया चुनेगी। राजनीति विशेषज्ञ के सर्वे के अनुसार लोकसभा चुनाव में भाजपा सबसे ताकतवर दल है। भाजपा ने जहां इस बार 400 पार का दावा किया है वहीं यूपी में 80 सीटों पर जीत का एलान भी कर रही है। मगर, उत्तर प्रदेश के पश्चिम क्षेत्रों में भाजपा के खिलाफ विरोध के स्वर गूंज उठे हैं। माना जा रहै है कि यूपी लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को कम अंक भी मिल सकते हैं। “गाजियाबाद में बीजेपी के खिलाफ हैं राजपूत”उत्तर प्रदेश में भले ही भाजपा के स्टार नेता योगी आदित्यनाथ की अमिट छाप बन गई हो, लेकिन पश्चिम जिलों में भाजपा के विरोध में आवाजें उठने लगी हैं। पश्चिम यूपी के इन क्षेत्रों में बीजेपी का विरोध उम्मीदवारों का जातीय समीकरण में फिट न बैठना है। गौरतलब है कि गाजियाबाद में वीके सिंह का टिकट काटने की वजह से राजपूत समाज बीजेपी के फैसले से नाराज है। जनरल सेवानिवृत्त वीके सिंह की टिकट काटकर अतुल कुमार गर्ग को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद राजपूत समाज भाजपा का विरोध कर रहा है। बीजेपी के विरोध में राजपूतों ने 7 अप्रैल को एक बड़ी महापंचायत आयोजित की थी। इसमें राजपूत समाज के लोगों ने भाजपा के खिलाफ विरोधी नारे भी लगाएं थे। इसके अलावा जिले में सैनी और त्यागी समाज भी भाजपा के विरोध में उतर चुका है। यहां बीजेपी के विरोध में जगह-जगह चौपालें लगाई जा रही हैं। ऐसे में गाजियाबाद में जातीय वोटों का बंटवारा होने के आसार बन रहे हैं। माना जा रहा है कि राजपूत समाज की वोट कांग्रेस के पाले में गिर सकती हैं। जिससे भाजपा के खाते में यहां वोटों की संख्या कम हो सकती है और भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।











