चमोली: जनपद चमोली में अपराध और संदिग्ध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पँवार के निर्देश पर पूरे जनपद में बाहरी राज्यों से आने वाले व्यक्तियों का सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में सत्यापन न कराने पर 5 संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत चालानी कार्रवाई की गई। पुलिस ने स्पष्ट संदेश दिया है कि जनपद की शांति और सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
सत्यापन अभियान: थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश
पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पँवार ने सभी थाना प्रभारियों को श्रमिकों, किरायेदारों, फड़-फेरी करने वालों, मजदूरों तथा संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन को प्राथमिकता देने के आदेश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि सत्यापन न होने की स्थिति में सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य अपराध की रोकथाम और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना है, ताकि जनपद में शांति बनाए रखी जा सके।
विशाल तिराहा पर रोका संदिग्ध वाहन
दिनांक 15 नवंबर 2025 को अपर उपनिरीक्षक दलबीर सिंह के नेतृत्व में थाना पोखरी पुलिस ने क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्तियों की विशेष चेकिंग अभियान चलाया। चेकिंग के दौरान विशाल तिराहा पोखरी पर एक संदिग्ध वाहन को रोका गया। वाहन में सवार पांच व्यक्ति उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात और कानपुर जनपद के निवासी थे। उनकी पहचान इस प्रकार है:
बालकृष्ण पुत्र राधा कृष्ण, निवासी अमदपुर, थाना बरो, जिला कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश।
आनंद सिंह पुत्र विपरत सिंह, निवासी देवीपुर, थाना सिकंदरा, जिला कानपुर, उत्तर प्रदेश।
मेराज सिंह पुत्र दाकिम सिंह, निवासी मानपुर, थाना सिकंदरा, जिला कानपुर, उत्तर प्रदेश।
कमलेश पुत्र सोमपाल, निवासी देवीपुर, थाना सिकंदरा, जिला कानपुर, उत्तर प्रदेश।
विवेक पुत्र हरवाल, निवासी देवीपुर, थाना सिकंदरा, जनपद कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश।
पूछताछ में इन व्यक्तियों ने बताया कि वे गांव-गांव घूमकर रूम हीटर, पंखे और इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचने के लिए चमोली क्षेत्र में आए हैं। हालांकि, पुलिस टीम द्वारा आईडी और सत्यापन संबंधी दस्तावेज मांगने पर उन्होंने स्वीकार किया कि किसी ने भी पुलिस सत्यापन नहीं कराया है, जो कानूनी रूप से अपराध है।
चालान और कड़ी चेतावनी
पुलिस टीम ने सभी पांचों व्यक्तियों को थाने लाकर उनके खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत चालानी कार्रवाई की। इसके बाद उनके दस्तावेज लेकर सत्यापन प्रक्रिया पूरी की गई। साथ ही, उन्हें कड़ी चेतावनी दी गई कि भविष्य में बिना सत्यापन के जनपद में प्रवेश न करें, अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी।
चमोली पुलिस का संदेश: शांति से कोई समझौता नहीं
चमोली पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना सत्यापन के कोई भी व्यक्ति जनपद में संदिग्ध रूप से घूमते पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त वैधानिक कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह अभियान जनपद की सुरक्षा को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सतर्कता अपराध रोकने की कुंजी
पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि अपने यहां रहने वाले बाहरी किरायेदारों और घरेलू नौकरों का सत्यापन अवश्य कराएं। आपकी सतर्कता ही अपराध रोकने की सबसे बड़ी ताकत है। पुलिस ने नागरिकों से सहयोग की उम्मीद जताई है, ताकि चमोली जनपद अपराधमुक्त और सुरक्षित बना रहे।











