संजय सक्सेना: इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद शिप्रा कृष्णा विस्ता सोसायटी में RWA द्वारा पेड़ों की ट्रिमिंग के नाम पर की गई कथित अवैध कटाई को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। पार्किंग क्षेत्र में कटी हुई लकड़ियों का भारी भंडार मिलने पर सतर्क निवासियों ने तत्काल वन विभाग को सूचना दी।
दुखी निवासियों ने क्षमा-प्रार्थना संग शुरू किया वृक्षारोपण अभियान
वन विभाग के अधिकारियों के मौके पर पहुँचने से पहले ही एक सोशल वीडियो के अनुसार RWA द्वारा निगम के ट्रैक्टर द्वारा लकड़ियाँ हटवा दी गईं, और कटे पेड़ को छुपाने के लिए मिट्टी डाल कर छुपाने की कोशिश की गई जिससे संदेह और गहरा हो गया है अभी भी भारी मात्रा में कटी हुई लकड़ियों पड़ी हुई है।
जागरूक निवासियों का आरोप है कि बरगद और पीपल जैसे पूजनीय व संरक्षित पेड़ों को भी काट दिया गया , जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुँचा है बल्कि धार्मिक भावनाएँ भी आहत हुई हैं।
बरगद–पीपल कटने से गुस्सा, सोसायटी में क्षमा-याचना और हवन
घटना के बाद रविवार 16 नवंबर को निवासियों ने कटे हुए बरगद वृक्ष के समक्ष विशेष पूजा-अर्चना

, हनुमान चालीसा पाठ और क्षमा-याचना कर अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। साथ ही, सोसायटी में वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण अभियान की शुरुआत की गई, ताकि हरियाली को पुनर्जीवित किया जा सके।
निवासियों ने किया वृक्षारोपण
वृक्षारोपण के शुभारंभ पर बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों के साथ अन्य निवासियों ने पेड़ो की अवैध कटाई पर रोष और प्रदूषण के खिलाफ अपनी मजबूत भागीदारी दर्ज कराते हुए पर्यावरण संरक्षण का दृढ़ संदेश दिया।
निवासी इस पूरे मामले की स्वतंत्र जांच और बिना अनुमति की गई कटाई के लिए दोषियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में पर्यावरण से कोई भी छेड़छाड़ नहीं कर सके










