सुमन मिश्रा संवाददाता
दीपों का पर्व दिवाली नजदीक आते ही गाजियाबाद शहर को रौशनी से सराबोर करने की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। गाजियाबाद नगर निगम ने शहर को चमकाने के लिए 50 हजार नई लाइटें लगाने का महत्वाकांक्षी प्लान तैयार किया है।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह ने इस अभियान को समयबद्ध और प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। शहर के प्रमुख चौराहों, मुख्य मार्गों और गलियों को सजाने के साथ-साथ हर वार्ड में सघन निगरानी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि यह उत्सव न केवल रौशनी से, बल्कि स्वच्छता और व्यवस्था से भी यादगार बन सके।
Diwali नगर निगम की विशेष योजना
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह ने हाल ही में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें शहर को दीपावली के लिए सजाने और रौशन करने की विस्तृत योजना पर चर्चा हुई।
इस योजना के तहत शहर के प्रमुख चौराहों जैसे राजनगर, मोहन नगर, वैशाली, इंदिरापुरम और कविनगर जैसे क्षेत्रों में आकर्षक और ऊर्जा-कुशल एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। इसके अलावा, मुख्य मार्गों, जैसे जीटी रोड, हापुड़ रोड और मेरठ रोड, को विशेष रूप से सजाया जाएगा ताकि रात के समय शहर का नजारा और भी मनमोहक हो।
नगर निगम ने कुल 50 हजार नई लाइटें लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें सजावटी लाइट्स, स्ट्रीट लाइट्स और थीम आधारित रोशनी शामिल हैं। इनमें से कई लाइट्स पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा बचत करने वाली होंगी, जो नगर निगम के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सतत विकास के लक्ष्यों को भी पूरा करेंगी।
Diwali हर गली-वार्ड में सघन निगरानी
नगर आयुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दीपावली से पहले शहर की हर गली और वार्ड में सफाई और रोशनी की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए प्रत्येक वार्ड में विशेष निगरानी टीमें तैनात की जाएंगी, जो लाइट्स की स्थापना, रखरखाव और सफाई कार्यों की देखरेख करेंगी। साथ ही, अवैध कब्जों, कूड़ा-कचरा और सड़कों पर अतिक्रमण को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “दिवाली गाजियाबाद वासियों के लिए केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि एकता और उमंग का प्रतीक है। हमारा लक्ष्य है कि शहर का हर कोना रौशनी और स्वच्छता से जगमगाए। इसके लिए सभी अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात काम करेंगे ताकि शहरवासियों को एक सुरक्षित और सुंदर दिवाली का अनुभव मिले।”
Diwali स्थानीय लोगों में उत्साह
शहर में इस तैयारियों को लेकर स्थानीय निवासियों में खासा उत्साह है। राजनगर निवासी रमेश शर्मा ने कहा, “पिछले साल भी नगर निगम ने कुछ चौराहों को खूबसूरती से सजाया था, लेकिन इस बार 50 हजार लाइट्स का प्लान सुनकर लगता है कि शहर सचमुच जगमगाएगा।
वहीं, वैशाली की रहने वाली शालिनी गुप्ता ने सुझाव दिया कि सजावट के साथ-साथ सड़कों की मरम्मत और सफाई पर भी ध्यान दिया जाए ताकि त्योहार का आनंद दोगुना हो।
Diwali पर्यावरण और सुरक्षा पर जोर
नगर निगम ने इस बार पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी है। सजावट में उपयोग होने वाली लाइट्स में अधिकांश एलईडी और सौर ऊर्जा आधारित होंगी, जो बिजली की खपत को कम करेंगी।
साथ ही, आतिशबाजी से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, रात के समय सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित किया गया है।
Diwali स्मार्ट सिटी की ओर कदम
यह पहल गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में भी एक कदम है। नगर आयुक्त ने बताया कि लाइटिंग सिस्टम को डिजिटल रूप से नियंत्रित करने की योजना है, जिससे ऊर्जा की बचत होगी और रखरखाव आसान होगा।
साथ ही, शहर के प्रमुख स्थानों पर थीम आधारित सजावट, जैसे दीपों की माला, लेजर लाइट्स और रंग-बिरंगी रोशनी, पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगी।
Diwali आगे की राह
नगर निगम ने दीपावली तक सभी तैयारियां पूरी करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अगले कुछ हफ्तों में काम तेजी से किया जाएगा। अधिकारियों को समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने और किसी भी तरह की लापरवाही से बचने के लिए कहा गया है। गाजियाबाद वासियों को उम्मीद है कि इस बार उनकी दीपावली पहले से कहीं अधिक रंगीन और रोशन होगी।










