नेशनल डेस्क
दुनिया की मशहूर कॉफी चेन स्टारबक्स ने गुरुवार को एक बड़ा ऐलान किया है, जिसमें कंपनी अपने बिजनेस को मजबूत बनाने के लिए बड़े पैमाने पर रीस्ट्रक्चरिंग प्लान पर काम करेगी। इस प्लान के तहत स्टारबक्स उत्तर अमेरिका और कनाडा में सैकड़ों स्टोर बंद करने का फैसला लिया है, जो उसके कुल स्टोर्स का करीब 1% है। साथ ही, लगभग 900 नॉन-रिटेल कर्मचारियों की छंटनी भी की जाएगी।
कंपनी का अनुमान है कि इस पूरी प्रक्रिया पर करीब 1 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा। यह कदम नए सीईओ ब्रायन निकोल की लीडरशिप में उठाया जा रहा है, ताकि सेल्स बढ़ाई जा सके और प्रॉफिट में सुधार हो।
SB रीस्ट्रक्चरिंग प्लान की डिटेल्स
स्टारबक्स के अनुसार, इस महीने से ही कई स्टोर को परमानेंट रूप से बंद करना शुरू कर दिया जाएगा। जून 2025 के अंत तक उत्तर अमेरिका में कंपनी के 18,734 स्टोर थे, जो सितंबर 2025 के अंत तक घटकर लगभग 18,300 रह जाएंगे, बंद किए जाने वाले स्टोर वे हैं जो ग्राहकों और कर्मचारियों को अपेक्षित अनुभव नहीं दे पा रहे थे, और जिनसे फाइनेंशियल फायदे की उम्मीद नहीं दिख रही।
कंपनी ने कहा कि यह फैसला ‘बैक टू स्टारबक्स’ स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, जिसमें फोकस उन एरिया पर होगा जो लॉन्ग-टर्म ग्रोथ को ड्राइव करेंगे। इसके अलावा, यूरोप में भी कुछ स्टोर बंद किए जाएंगे।
इस रीस्ट्रक्चरिंग से लगभग 900 कॉर्पोरेट जॉब्स प्रभावित होंगी, मुख्य रूप से उत्तर अमेरिका में। यह इस साल की दूसरी छंटनी है। इससे पहले फरवरी में करीब 1,000 कर्मचारियों को निकाला गया था।
स्टारबक्स ने प्रभावित कर्मचारियों को अच्छा सेवरेंस पैकेज और सपोर्ट देने का वादा किया है। साथ ही, कई ओपन वैकेंसी को भी बंद करने का फैसला लिया गया है। कंपनी के सीईओ ब्रायन निकोल ने अपने मैसेज में कहा कि यह मुश्किल फैसला है, लेकिन बिजनेस को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है।
SB कंपनी क्यों कर रही यह बदलाव?
स्टारबक्स की मुश्किलें मुख्य रूप से बढ़ते खर्च, घटती मांग और कड़ी कॉम्पिटिशन से जुड़ी हैं। अमेरिका में महंगे बेवरेजेज की डिमांड में गिरावट आई है, जहां ग्राहक अब सस्ते विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
इसके अलावा, चीन में भी कंपनी को लोकल कॉम्पिटिटर्स जैसे लकिन कॉफी से चुनौती मिल रही है, साथ ही कमजोर इकोनॉमिक कंडीशंस के कारण डिमांड घटी है। इसी वजह से स्टारबक्स अपनी चीन यूनिट में हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है।
कंपनी के शेयर्स पर भी इस फैसले का असर दिख रहा है। इस साल अब तक स्टारबक्स के शेयर्स में 7.7% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों का भरोसा कम हुआ है। ब्रायन निकोल, जो हाल ही में चिपोटल से स्टारबक्स में आए हैं, अब फोकस कस्टमर एक्सपीरियंस सुधारने, ऑपरेशंस को स्ट्रीमलाइन करने और कॉस्ट कटिंग पर कर रहे हैं।
SB आगे क्या?
यह रीस्ट्रक्चरिंग प्लान स्टारबक्स के लिए एक टर्निंग पॉइंट हो सकता है। कंपनी का मानना है कि इससे लॉन्ग-टर्म में ग्रोथ आएगी, लेकिन शॉर्ट-टर्म में कर्मचारियों और लोकल कम्युनिटीज पर असर पड़ेगा।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्लोबल कॉफी मार्केट में बदलते ट्रेंड्स, जैसे होम ब्रूइंग और सस्टेनेबल ऑप्शंस की डिमांड, स्टारबक्स को और इनोवेट करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।स्टारबक्स ने पहले भी ऐसे बदलाव किए हैं, और उम्मीद है कि यह प्लान उसे दोबारा ट्रैक पर लाएगा।










