BPC न्यूज़ ब्यूरो -“उत्तर प्रदेश के स्वास्थ विभाग में नही रुक रहे “भ्रष्टाचार” के मामले”
जहां मुख्यमंत्री “योगी आदित्यनाथ” ने प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ा बजट पेश कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं, वहीं “भ्रष्ट सरकारी अधिकारी” भ्रष्टाचार में रोज एक नया कीर्तिमान बना रहे है।
“मेरठ मेडिकल कॉलेज में कान के ऑपरेशन को करने के बजाय कान की मशीन बेचने को दी जाती है प्राथमिकता”
गाज़ियाबाद के “मशहूर ई०एन०टी० विशेषज्ञ डा० बी०पी० त्यागी” ने फिर एक बार पेश करी मानवता की मिसाल फिर एक बार सरकारी सिस्टम के शिकार व्यक्ति के लिए बढ़ाए मदद के हाथ।
गाजियाबाद राष्ट्रवादी जनसत्ता दल के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ० बी०पी० त्यागी ने मेडिकल कॉलेज में कान के ऑपरेशन करने के बजाय कान की मशीन बेचने मामले की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से कराने की मांग की है। उन्होंने एक बयान में कहा है कि यह एक बेहद गम्भीर मामला है।
डॉ० त्यागी ने कहा है कि शिकायत मिली है कि ग़रीब मरीज़ कान के पर्दे में छेद के चलते मेरठ मेडिकल कॉलेज मे डॉ०”निकुंज” को दिखाते है, लेकिन कान का पर्दा बनाने के बजाय वह कान की मशीन के उपयोग की सलाह देते हैं।
डा० त्यागी ने आरोप लगाया है कि यह सब कमिशन खोरी के लिए होता है। डा० त्यागी कहा कि कान की मशीन पर पर कमीशन खाने के लिए सरकारी हॉस्पिटल के डाक्टर हॉस्पिटल के ऑडियोलॉजिस्ट के पास भेजते है जिनका नाम “प्रवीण कुमार” है ।
लेकिन “प्रवीण कुमार” मरीज़ को बोलते है कि “उत्तर प्रदेश सरकार” कान की मशीन नहीं देती है आपको 16000/- में हम एक कान में मशीन लगा देंगे।
जब यह मरीज (कपिल) डा० बी०पी० त्यागी से संपर्क कर उनके अस्पताल हर्ष ई०एन०टी० गाज़ियाबाद में पहुंचा तो जांच करने पर पता चला कि (कपिल) मरीज़ को मशीन की ज़रूरत नहीं है।
अब हर्ष ई०एन०टी० अस्पताल ने इस मरीज़ का फ्री ऑपरेशन 7 अप्रैल 2024 को करने की तारीख़ दी है।
अब बड़ा सवाल यह है कि…
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आखिरकार इन भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों पर सरकार नकेल कसने में क्यों ना कामियाब हैं..?
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ऐसा लगता है की प्रदेश के हर सरकारी हॉस्पिटल में इन मेडिकल माफिया की पहुंच है..?
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आखिरकार सरकार से इतनी मोटी मोटी तनख्वा लेने वाले सरकारी कर्मचारियों को किसी गरीब असहाय व्यक्ति को लूटने का लाइसेंस भी सरकार नौकरी के साथ देती है..?
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आख़िर इन भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों पर प्रदेश सरकार कब कार्यवाही करेगी..?














